हरे-भरे घने पत्तों की छतरी के नीचे,
जहां जामुन के फल लटके हुए दिखते हैं, कितना प्यारा नज़ारा,
दो आत्माएं जुड़ी हुई, उनके दिल ताल में,
बचपन की खुशियों को याद करते हुए, चांदनी में नहाए हुए।
उनके हाथ बढ़ते हैं, पके फल को तोड़ते हैं,
इसका मखमली स्पर्श, एक ऐसी स्मृति जिसे वे लूटेंगे,
उनकी जुबान बैंगनी रंग की चमकदार रंगत के साथ चमकती है,
समय का एक स्वाद, मीठा और सदा सच्चा।
पत्तियों की छाया में, सुरक्षित वृक्ष के नीचे,
उनकी हँसी गूंजती है, लापरवाह और निडर,
झूले धीरे से लहराते हैं, पुरानी कहानियों को फुसफुसाते हैं,
बचपन के सपनों की, अनकही कहानियों में।
जामुन की मीठी खुशबू हवा में घुलती है,
जब वे प्यार भरे एहसास के साथ याद करते हैं,
बीते दिनों की, जब ज़िंदगी इतनी चमकदार थी,
धूप की गर्म, सुनहरी रोशनी में झिलमिलाती थी।
लेकिन समय, पानी की तरह, हमेशा बहता रहता है,
और बचपन के रंग फीके पड़ने लगते हैं और जम्हाते हैं,
फिर भी, उनके दिलों में, बैंगनी बनी रहती है,
उनके बंधन का प्रतीक, जो कभी नहीं मिटता।
ज़िंदगी का ज़रीना, रंगों के धागों से सज,
उनके अस्तित्व को, रंगीन जुलूसों से रंग डाला है,
खुशियों और ग़मों में, हाथों में हाथ थामे चलते रहे,
उनकी दोस्ती, एक ऐसा किला, जिस पर उनका ही राज।
और अब, जामुन के बूढ़े पेड़ के नीचे,
वे एक बार फिर से मिलते हैं, आत्माएँ मुक्त,
बैंगनी रंग की यादें, हवा में फुसफुसाहट की तरह,
उनके प्यार का प्रमाण, जो कभी नहीं रुकता।
उनके दिलों की गहराइयों में, उन्हें हमेशा मिलेगा,
उनके यौवन का मधुर स्वाद, हमेशा के लिए समाया हुआ,
एक बंधन जिसे समय कभी मिटा नहीं सकता,
एक दोस्ती जो हमेशा सुशोभित करेगी।